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"हमारी वसीयत और विरासत" (भाग 2)
इस जीवन यात्रा के गम्भीरता पूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
हमारी जीवनगाथा सब जिज्ञासुओं के लिए एक प्रकाश-स्तंभ का काम कर सकती है। वह एक बुद्धिजीवी और यथार्थवादी द्वारा अपनाई गई कार्यपद्धति है। छद्म जैसा कुछ उसमें है नहीं। असफलता का लांछन भी उन पर नहीं लगता। ऐसी दशा में जो गंभीरता से समझने का प्रयत्न करेगा कि सही लक्ष्य तक पहुँचने का सही मार्ग हो सकता था— शार्टकट के फेर में भ्रम-जंजाल न अपनाए गए होते, तो निराशा, खीज और थकान हाथ न लगती; तब या तो मँहगा समझकर हाथ ही न डाला जाता; यदि पाना ही था तो उसका मूल्य चुकाने का साहस पहले से ही सँजोया गया होता— ऐसा अवसर उन्हें मिला नहीं। इसी को दुर्भाग्य कह सकते हैं। यदि हमारा जीवन पढ़ा गया होता; उसके साथ आदि से अंत तक गुथे हुए अध्यात्मतत्त्व दर्शन और क्र...
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"हमारी वसीयत और विरासत" (भाग 1)
इस जीवन यात्रा के गम्भीरता पूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा होती है। कौतूहल के अतिरिक्त इसमें एक भाव ऐसा भी होता है, जिसके सहारे कोई अपने काम आने वाली बात मिल सके। जो हो, कथा-साहित्य से जीवनचर्याओं का सघन संबंध है। वे रोचक भी लगती हैं और अनुभव प्रदान करने की दृष्टि से उपयोगी भी होती हैं।
हमारे संबंध में प्रायः आएदिन लोग ऐसी पूछताछ करते रहे हैं, पर उसे आमतौर पर टालते ही रहा गया है। तो प्रत्यक्ष क्रियाकलाप हैं, वे सबके सामने हैं। लोग तो जादू-चमत्कार जानना चाहते हैं। हमारे सिद्धपुरुष होने— अनेकानेक व्यक्तियों को सहज ही हमारे सामीप्य अनुदानों से लाभान्वित होने से उन रहस्...

हमारी वसीयत और विरासत (भाग 1)
इस जीवनयात्रा के गंभीरतापूर्वक पर्यवेक्षण की आवश्यकता
जिन्हें भले या बुरे क्षेत्रों में विशिष्ट व्यक्ति समझा जाता है, उनकी जीवनचर्या के साथ जुड़े हुए घटनाक्रमों को भी जानने की इच्छा होती है। कौतूहल के अतिरिक्त इसमें एक भाव ऐसा भी होता है, जिसके सहारे कोई अपने काम आने वाली बात मिल सके। जो हो कथा-साहित्य से जीवनचर्याओं का सघन सम्बन्ध है। वे रोचक भी लगती हैं और अनुभव प्रदान करने की दृष्टि से उपयोगी भी होती हैं।
हमारे सम्बन्ध में प्रायः आये दिन लोग ऐसी पूछताछ करते रहे हैं, पर उसे आमतौर पर टालते ही रहा गया है। तो प्रत्यक्ष क्रियाकलाप हैं, वे सबके समाने हैं। लोग तो जादू चमत्कार जानना चाहते हैं। हमारे सिद्ध पुरुष होने-अनेकानेक व्यक्तियों को सहज ही हमारे सामीप्य अनुदानों से लाभान्वित होने से उन र...

गहना कर्मणोगति: (अन्तिम भाग)
दुःख का कारण पाप ही नहीं है
दूसरे लोग अनीति और अत्याचार करके किसी निर्दोष व्यक्ति को सता सकते हैं। शोषण, उत्पीड़ित और अन्याय का शिकार कोई व्यक्ति दुःख पा सकता है। अत्याचारी को भविष्य में उसका दण्ड मिलेगा, पर इस समय तो निर्दोष को ही कष्ट सहना पड़ा। ऐसी घटनाओं में उस दुःख पाने वाले व्यक्ति के कर्मों का फल नहीं कहा जा सकता।
विद्या पढ़ने में विद्यार्थी को काफी कष्ट उठाना पड़ता है, माता को बालक के पालने में कम तकलीफ नहीं होती, तपस्वी और साधु पुरुष लोक-कल्याण और आत्मोन्नति के लिए नाना प्रकार के दुःख उठाते हैं, इस प्रकार स्वेच्छा से स्वीकार किए हुए कष्ट और उत्तरदायित्व को पूरा करने में जो कठिनाई उठानी पड़ती है एवं संघर्ष करना पड़ता है, उसे दुष्कर्मों का फल नहीं कहा जा सकता।
हर मौज मारने वाले को पूर...

युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी के माध्यम से विद्यालय में एक दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में युवा प्रकोष्ठ कौशाम्बी की टीम ने कौशाम्बी जनपद के एन डी कॉन्वेंट स्कूल एंड स्वर्गीय श्री समाधि महाराज बाबा सूरजपाल दास इंटर कॉलेज, नसीरपुर मूरतगंज में छात्र छात्राओं के लिए एक दिवसीय संस्कारशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रधानाचार्य महेश कुमार ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया जिसमें युवा टोली ने गुरु वंदना एवं प्रज्ञा गीत प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में युवा सेल के मीडिया प्रभारी अभिषेक जायसवाल ने पर्यावरण संरक्षण और बाल संस्कारशाला संचालक अजीत कुशवाहा ने स्मार्टफोन के लाभ और हानि पर अपने विचार प्रस्तुत किए। वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेंद्र केसरवानी ने नशा उन्मूलन और दहेज प्रथा पर अपने प्रज्ञागीत से छात्रों को प्रेरण...

भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट प्रतिभागियों के सम्मान के साथ गायत्री चेतना केंद्र का हुआ शुभारंभ
कौशाम्बी जनपद के भरवारी नगर में नव निर्मित गायत्री चेतना केंद्र भरवारी में सोमवार को भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के उत्कृष्ट प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। जनपद के अनेक विद्यालयों के बच्चों ने कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में जनपद स्तर के प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को ट्रॉफी के साथ विद्यालय स्तर के शीर्ष तीन प्रतिभागियों को मेडल देकर सम्मानित किया गया।
अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के द्वारा में प्रदेश भर में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा का आयोजन गायत्री परिवार के कार्यकर्ताओं द्वारा किया जा रहा है। कौशाम्बी जनपद में 19 अक्टूबर 2024 को परीक्षा का आयोजन किया गया था। परीक्षा आयोजन के पूर्व भारतीय संस्कृति एवं दर्शन पर आधारित, शांतिकुंज हर...

पचपेड़वा में प. पू. गु. का आध्यात्मिक जन्म दिवस/बसंत पंचमी पर्व मनाया गया
आज *बसंत पंचमी* (गुरुदेव का आध्यात्मिक जन्म दिवस) के पावन पर्व पर गायत्री शक्तिपीठ पचपेड़वा में यज्ञ हवन के साथ सरस्वती पूजन उल्लास पूर्ण/बासंती वातावरण में संपन्न हुआ. श्री अंगद प्रसाद प्रजापति और परिव्राजक रामकुमार जी द्वारा बसंत पंचमी पूजन संपन्न कराया गया. इसी क्रम में शांतिकुंज से आगामी दिनों में तीन दिन के लिए आने वाले *ज्योति कलश यात्रा* के कार्यक्रम पर परिचर्चा हुई.
इस अवसर पर महिला मंडल की सदस्यों श्रीमती मीना श्रीवास्तव, केसरी देवी, माया वर्मा,सुनीता जायसवाल, प्रतिभा जायसवाल, आरती जायसवाल,कोकिला श्रीवास्तव, खेमराज,धर्मांशु जायसवाल, शशिकांत सोनी तथा लीलाधर चौरसिया सहित तमाम परिजनों की उपस्थिति सराहनीय रही.
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प्रयागराज महाकुम्भ में 13 जनवरी से प्रारंभ हो रहा है गायत्री परिवार का शिविर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से प्रारंभ हो रहे विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजन महाकुंभ में गायत्री परिवार द्वारा शिविर 13 जनवरी से प्रारंभ होकर 26 फरवरी 2025 तक रहेगा। महाकुम्भ क्षेत्र में सेक्टर 10 में गदा माधव मार्ग पर गायत्री परिवार का शिविर लगाया गया है। शिविर में मिशन से जुड़ी अनेक गतिविधियां लगातार 45 दिनों तक संचालित रहेंगी। अनेक जनपदों से गायत्री परिजनों को समयदान के लिए आमंत्रित किया गया है। गायत्री परिवार शिविर में प्रतिदिन सुबह 9 बजे से 12 बजे तक 51 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ किया जाएगा। सायं कालीन प्रतिदिन प्रज्ञा पुराण कथा का आयोजन होगा।
देव संस्कृति दिग्दर्शन की प्रदर्शनी भी शिविर में देखने को मिलेगी साथ ही मिशन का व्यसन मुक्ति अभियान व निर्मल गंगा जन अभियान, पर्य...

वीर बाल दिवस के अवसर पर साहिबजादे क्विज प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जनपद में भरवारी नगर पालिका के सिंधिया में गुरुवार 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस के अवसर पर बाल संस्कारशाला सिंघिया द्वारा सामूहिक प्रश्नोत्तरी (क्विज) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का आयोजन गोल्डन बाल विद्यालय सिंघिया में सायं 3 बजे से किया गया। आयोजन में 50 से अधिक बच्चों ने प्रतिभाग किया जिन्हें प्रत्येक प्रश्नों के सही उत्तर देने पर प्रश्नवार पुरस्कार भी प्रदान किया गया।
प्रतियोगिता से कुछ दिन पूर्व बच्चों को अध्ययन के लिए चार साहिबजादों पर आधारित पाठ्य सामग्री भी उपलब्ध कराई गई थी जिसमें गुरु नानकदेव, गुरु गोविंद सिंह, चमकौर का युद्ध, साहिबजादों पर आधारित जानकारी थी। उपलब्ध कराई गई पाठ्य सामग्री के आधार पर मौखित प्रश्न के माध्यम से प्रतियोगिता का...

कौशाम्बी जनपद में 4 दिवसीय 24 कुण्डीय शक्तिसंवर्धन गायत्री महायज्ञ का कार्यक्रम हुआ सम्पन्न
● 28 नवंबर को सायंकालीन 2400 दीपों से दीपयज्ञ का हुआ आयोजन
● सैकड़ों परिजनों ने यज्ञ के साथ कराए विभिन्न संस्कार, महिलाओं ने धारण किया यज्ञोपवीत
● प्रतिदिन प्रातः 6 बजे से प्रज्ञायोग, ध्यान साधना के साथ प्रारंभ होता था कार्यक्रम
कौशाम्बी: उत्तर प्रदेश से मां शीतला शक्तिपीठ का तीर्थक्षेत्र, भगवान बुद्ध जी की तपस्थली, 6वें तीर्थंकर पद्मप्रभु जी की जन्मस्थली ऐतिहासिक क्षेत्र कौशाम्बी जनपद के करारी नगर में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज के तत्वावधान में 24 कुण्डीय शक्तिसंवर्धन गायत्री महायज्ञ का आयोजन 26 नवंबर से प्रारंभ होकर शुक्रवार 29 नवंबर को गायत्री महायज्ञ में पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ।
करारी नगर में कोतवाली के समीप 26 नवंबर से 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम ...